सम्भोग के समय योनि प्रवेश के बाद वांछित समय के पहले डिस्चार्ज हो जाए और ऐसा बार बार होने से स्वयं को/ पार्ट्नर को या दोनो को परेशानी हो या आपसी संबंधो में दरार होने लगे तो इसे शीघ्र पतन कहा जाता हे। ये समस्या सेक्शूअली ऐक्टिव जनसंख्या में सबसे ज़्यादा लोगों में मिलती हे। सामान्यत 2-5 मिनट का समय नोर्मल होता हे। 90% से अधिक लोग 1 मिनट से पहले डिस्चार्ज हो जाते हे और अनेक केवल महिला के स्पर्श से या योनि प्रवेश से पहले ही। स्वस्थ वैवाहिक सम्बंधों का आधार सेक्स होता हे इसलिए सेक्स संबंधो में असंतोष होने से वैवाहिक जीवन में तनाव निश्चित हे। संबंधो का तनाव कई बातों पर निर्भर करता हे- ⁃आपके जीवन साथी की अपेक्षा - यदि कामेच्छा अधिक हे और उनकी उम्मीद के मुक़ाबले आप सेक्स न कर पाए तो तनाव की सम्भावना अधिक हे। इसके विपरीत यदि आपके जीवन साथी में कामेच्छा की कमी हे या सेक्स के लिए समय की कमी हे तो समस्या कम गम्भीर होगी ।⁃आपकी स्वयं से अपेक्षा- अनेक लोगों की स्वयं से अपेक्षा होती हे कि सेक्स एक निश्चित समय तक होना चाहिए, या पार्ट्नर का डिस्चार्ज आप के बाद हो । ऐसा होना वास्तव में असम्भव होता हे जिस से तनाव तो होगा ही। पोर्न मूवीज़ तथा दोस्तों से सुनी बातों से भी अनेक ग़लत धारणाएँ पैदा होती हे । अक्सर लोग अपनी सेक्स क्षमता का बड़ा चढ़ा कर  बताते हे , इसे गम्भीरता से नहीं लेना चाहिए । पोर्न मूवीज़ में दिखाया जाने वाला भी वास्तविक जीवन में सम्भव नहीं होता, ये याद रखे। ⁃आपका अपना व्यक्तित्व- एकांत प्रिय और मितभाषी लोगों पर इसका ज़्यादा प्रभाव होता हे, यदि आपको सेक्स के समय आपका पार्ट्नर कोई नकारात्मक कॉमेंट दे दे जैसे मुझे संतुष्टि नहीं हुई, आप नकारा हो या अपना इलाज कराइए वगेरा , तो इस का काफ़ी नकारात्मक असर होता हे 

शीघ्रपतन के कारण-      

  - लिंग का अति संवेदनशील होना   

     - आपके डिस्चार्ज कंट्रोल सेंटर में एक केमिकल पदार्थ सेरटोनिन की कमी     

   - हॉर्मोन टेस्टोसटेरोन की कमी    

    - लिंग में कड़कपन की कमी      

  - प्राइवसी की कमी जिससे ये लगे कि कोई देख लेगा 

शीघ्र पतन कितने प्रकार का होता हे -    दो तरह का होता हे -      1- लाइफ़ लॉंग - यानी जब से आप ने पार्ट्नर सेक्स शुरू किया , तभी से ये समस्या होती थी । आम तौर पर ये ज़्यादा गम्भीर होता हे ।     2- अकुइरेड- इसमें कुछ समय सब ठीक रहता हे पर बाद में समस्या हो जाती हे । 

कुछ ग़लत धारणाएँ -        - अनेक लोग प्रीकम यानी उत्तेजना होने पर निकलने वाले गाड़े पानी जैसे चिकने द्रव्य को ही वीर्य समझ लेते हे । असल में ये एक सामान्य बात हे और ये शीघ्र पतन नहीं हे।     - शीघ्र पतन का अर्थ ये नहीं हे कि आप को पार्ट्नर के बाद डिस्चार्ज होना हे। अक्सर महिलाओं को डिस्चार्ज होने में पुरुषों से ज़्यादा समय लगता हे और अनेक बार उन्हें क्लाइमैक्स हो नहीं पाता  

  - सेक्स में ज़्यादा अंतराल होने या पार्ट्नर नया होने पर शीघ्र पतन एक सामान्य बात हे इसलिए कभी कभी की प्रॉब्लम को गम्भीरता से न लें। 

उपचार- ⁃अपना पूरा फ़ोकस एंजॉमेंट पे रहने दे, दिमाग़ को डिवर्ट करना नुक़सान देह हो सकता हे ।⁃दवाओं में SSRI , SNRI की तरह की कई प्रकारकी हे । Dapoxetine को मैजिक पिल की तरह प्रचारित किया गया परंतु ऐसा कुछ नहीं हे। ⁃कुछ क्रीम और स्प्रे भी इस्तेमाल कर सकते हे । इनसे लिंग की संवेदनशीलता कम हो जाती हे । इसके सही इस्तेमाल की विधि डॉक्टर से समझ ले। ⁃संवेदनशीलता कम करने के लिए सर्जरी भी कर सकते हे। इसमें फ़्रेनलोपलासटी कहते हे। केवल एक दिन हॉस्पिटल में रहना होता हे । ⁃दवा लगभग तीन से छह माह खानी पड़ सकती हे ।